विश्वकर्मा कामगार कल्याण योजना राजस्थान के माध्यम से राज्य सरकार निम्न आय वर्ग कामगारों श्रमिकों को कार्य उपकरण की खरीद के लिए अनुदान दिया जाता है।
राजस्थान की सरकार द्वारा अपने प्रदेश के विभिन्न निम्न आय वाले वर्गों के आर्थिक विकास हेतु कई कल्याणकारी योजनाओं को सचालित किया जा रहा है।
इन्हीं कड़ी में, वित्तीय वर्ष 2023-24 में, राजस्थान सरकार ने राजस्थान विश्वकर्मा कामगार कल्याण योजना की घोषणा की।
यह योजना विशेष रूप से राज्य के विभिन्न दलित वर्गों, जैसे कि हस्तशिल्प, केश कला, माटी कला, और अन्य श्रमिक वर्गों के लिए आरम्भ की गई है, जो इस आर्थिक सहायता के अभाव में पिछड़ गए हैं।
विश्वकर्मा कामगार कल्याण योजना राजस्थान विवरण :-
योजना | विश्वकर्मा कामगार कल्याण योजना राजस्थान |
किसके द्वारा प्रारंभ की गई | राजस्थान मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत |
किस वर्ष में शुभारंभ हुआ | वर्ष 2023 |
आवेदन का माध्यम | ऑनलाइन/ऑफलाइन |
लाभान्वित श्रेणी | राज्य की श्रमिक वर्ग की महिलाएं व बालिकाएं |
योजना का संकल्प | स्वरोजगार विकास को बढ़ावा देना |
प्रदान की जाने वाली सहायता राशि | 5000 रुपए |
ऑफिशियल वेबसाइट | labour.rajasthan.gov.in |
2023 की शुरुआती तारीखों में, 10 फरवरी को, राजस्थान के मुख्यमंत्री ने बजट पेश करते हुए यह योजना की शुरुआत की घोषणा की।
इस योजना के उद्देश्य में राज्य के अल्प आय वर्ग के एक लाख से अधिक युवाओं को शामिल करना शामिल है। इस योजना के माध्यम से, गरीबी रेखा के नीचे जीने वाले, वंचित, और श्रमिक वर्ग के लोगों को सम्मिलित किया जाएगा।
राजस्थान विश्वकर्मा कामगार कल्याण योजना के अंतर्गत, राज्य के पारंपारिक हस्तशिल्पी, बढ़ाई, दर्जी, टोकरी बुनने वाले, नाई, सुनार, लोहार, हलवाई, मोची और अन्य श्रमिक वर्ग को आत्मनिर्भरता प्राप्त करने में सहायता मिलेगी।
इसके अलावा, हस्तकला, केश कला, मिट्टी कला, घुमक्कड़ आदि के कला कारीगरों को आत्मनिर्भर होने का मौका दिया जाएगा।
योजना के तहत, उक्त कलाकारों और श्रमिकों को अपने स्वरोजगार को स्थापित करने के लिए, आवश्यक उपकरणों, किट, सिलाई मशीन आदि की खरीद के लिए 5000-5000 रुपये का अनुदान दिया जाएगा। इस सहायता से राज्य के लगभग 1 लाख युवाओं को लाभ मिलेगा।
राजस्थान विश्वकर्मा कामगार कल्याण योजना के तहत, प्रदेश के 30,000 हस्तशिल्पी और कला कारीगरों को उनके उत्पादों को बाजार तक पहुंचाने में सहायता मिलेगी, और वे राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर होने वाले प्रदर्शनियों और मेलों में भाग ले सकेंगे।
इसके लिए आने वाले वर्ष से 10 हजार की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। राजस्थान विश्वकर्मा कामगार कल्याण योजना के माध्यम से, राज्य के छोटे श्रमिकों की जीवन स्थिति को बदलने की उम्मीद है।
राजस्थान विश्वकर्मा कामगार कल्याण योजना 2023 का प्रमुख लक्ष्य –
राजस्थान सरकार द्वारा आरंभ की गई विश्वकर्मा कामगार कल्याण योजना का उद्देश्य प्रमुखतः निम्न आय वर्ग की महिलाओं, श्रमिकों, अनुसूचित वर्गों, हस्तशिल्प कलाकारों, केशकला कारीगरों, मिट्टी कला शिल्पकारों, और घुमंतु परिवारों के युवाओं की आर्थिक सहायता करना है।
इस योजना के अंतर्गत युवाओं को 5 हजार रुपए की सहायता और 30,000 हस्तशिल्प एवं कलाकारों को 10 हजार रुपए की सहायता प्रदान की जाएगी। इस सहायता से इन विश्वकर्मा कामगारों को अपने स्वरोजगार को संचालित करने में मदद मिलेगी, जिससे प्रदेश के पारंपारिक कलाकारों की कला का संरक्षण होगा। यह योजना राज्य की बड़ी संख्या के लोगों को लाभ पहुंचाएगी।
राजस्थान विश्वकर्मा कामगार कल्याण योजना 2023 की प्रमुख विशेषताएं –
- विश्वकर्मा कामगार कल्याण योजना के तहत बढ़ई, दर्जी, नाई, हलवाई, कम आय के महिलाओं, मिट्टी कला के कारीगर और अन्य लोगों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
- इस योजना के तहत, युवाओं को 5000 रुपए की सहायता स्वरोजगार के लिए प्रदान की जाएगी, जिससे वे उपकरण, किट, सिलाई मशीन आदि खरीद सकेंगे।
- राजस्थान विश्वकर्मा कामगार कल्याण योजना 2023 के अंतर्गत, हस्तशिल्प और कामगारों को अपने उत्पादों की बिक्री के लिए 10,000 रुपए दिए जाएंगे।
- राजस्थान मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा बजट 2023-24 के भाषण में 10 फरवरी 2023 को विश्वकर्मा कामगार कल्याण योजना की घोषणा की थी।
- इस योजना से सहायता प्राप्त करने वाले एक लाख से अधिक युवा अपनी परंपरागत रोजगार को शुरू कर सकते हैं, जिससे पारंपारिक कलाओं का संरक्षण हो सकता है।
- इस योजना से कारीगरों को उनके उत्पादों की गुणवत्ता सुधारने और उनकी पहुंच को आम जनता तक बढ़ाने में सहायता मिलेगी।
राजस्थान विश्वकर्मा कामगार कल्याण योजना के लाभ –
- विश्वकर्मा कामगार कल्याण योजना के तहत, कामगारों और हस्तशिल्प वालों को 5 हजार रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
- योजना के तहत, कामगारों को अपने उत्पादों की प्रदर्शनी लगाने और राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर के मेलों में आयोजन के लिए 10 हजार रुपए की सहायता दी जाएगी।
- राजस्थान विश्वकर्मा कामगार कल्याण योजना के तहत, एक लाख से अधिक युवा अपने स्वरोजगार को शुरू कर सकेंगे और 30 हजार से अधिक हस्तशिल्प और कामगारों को स्वरोजगार को शुरू करने में सहायता मिलेगी।
- इस योजना के तहत प्रदान की जाने वाली आर्थिक सहायता की राशि पूरी तरह से राजस्थान सरकार द्वारा वहन की जाएगी।
- राजस्थान के सभी पारंपारिक लोक कलाओं को विश्वकर्मा कामगार कल्याण योजना से संरक्षण मिलेगा।
राजस्थान विश्वकर्मा कामगार कल्याण योजना 2023 के लिए पात्रता –
- कामगार अथवा हस्तशिल्पी को राजस्थान का निवासी होना आवश्यक है।
- आवेदक की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
- आवेदन करने वाले सभी कामगारों को अल्प आय वर्ग का होना अनिवार्य है।
राजस्थान विश्वकर्मा कामगार कल्याण योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज –
- आवेदक के आय का प्रमाण पत्र
- आधार कार्ड
- राशन कार्ड
- जाति प्रमाण पत्र
- आवेदक की पासपोर्ट साइज फोटो
- बैंक खाते का विवरण
- निवास प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
कामगार कल्याण योजना हेतु लाभान्वित कामगारों की सूची –
- हलवाई
- दर्जी और मोची
- बढ़ई
- लोहार
- नाई और सुनार
- टोकरी बनाने वाले
- कुम्हार
- महिलाएं तथा वंचित वर्ग
- हस्तशिल्पी कारीगर
विश्वकर्मा कामगार कल्याण योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन करने का तरीका –
- इस योजना के लिए आवेदन करने के लिए लाभार्थी को सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- इस योजना की घोषणा 10 फरवरी 2023 को होने के बाद भी अभी तक ऑनलाइन आवेदन करने की प्रक्रिया विभाग द्वारा सांझा नहीं की गई है।
- विश्वकर्मा कामगार कल्याण योजना 2023 के ऑनलाइन आवेदन के बारे में कोई जानकारी उपलब्ध होने पर आपको हमारी वेबसाइट के माध्यम से सूचित कर दिया जाएगा।
- इसके लिए हमारी वेबसाइट को नियमित रूप से जांचें।
सहायता केंद्र संपर्क नंबर निम्नलिखित हैं-
- 9610409010
- 141-2921073
- ईमेल: [email protected]
सारांश
योजना के विश्लेषण के बाद, हम निष्कर्ष पर पहुंच सकते हैं कि राजस्थान विश्वकर्मा कामगार कल्याण योजना राज्य के आदिवासी समुदायों, वंचित वर्गों और महिलाओं के जीवन में एक नई रोशनी लेकर आएगी। इस योजना के माध्यम से, उन्हें उनकी कला और प्रतिभा के लिए समुचित प्रोत्साहन प्राप्त होगा। इस योजना के द्वारा प्राप्त वित्तीय सहायता से, वे अपनी कला को प्रदेश के मंच पर प्रदर्शित कर सकेंगी।
इस योजना का उद्देश्य राज्य के निम्न आय वर्ग के कामगारों और शिल्पकारों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है।
इस योजना के अंतर्गत युवाओं को 5000 रुपए और शिल्पकारों को 10,000 रुपए की सहायता राशि प्रदान की जाएगी।
विश्वकर्मा कामगार कल्याण योजना की घोषणा 10 फरवरी 2023 को की गई थी।
बढ़ई, दर्जी, नाई, शिल्पकार, मृद कला, केश कला और दर्जी आदि इस योजना के पात्र होंगे।