राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने 13 शहरों में ग्रीन लंग्स (वन क्षेत्र) परियोजना के विकास के लिए 19 करोड़ रुपये के वित्तीय प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इससे शहरों के आसपास के क्षेत्रों में वन क्षेत्रों का विकास किया जाएगा। इससे आस पास के क्षेत्रों की आबो-हवा में ऑक्सीजन में मात्रा बढ़ेगी। राज्य सरकार की यह परियोजना आम जनता के स्वस्थ्य के लिए काफी लाभदायक होगी।
ग्रीन लंग्स परियोजना के अंतर्गत प्राप्त होने वाले लाभ :
- वन क्षेत्रों का विकास: यह प्रस्ताव राजस्थान के 13 शहरों के आसपास वन क्षेत्रों का विकास करेगा। इससे प्राकृतिक सुंदरता बढ़ेगी और वनस्पति एवं वन्य जीवों की संरक्षा होगी।
- प्रदूषण का कम होना: यह पहल राजस्थान को स्वच्छ और हरित प्रदेश बनाने की दिशा में है। वन क्षेत्रों के विकास से वायुमंडलीय प्रदूषण कम होगा और सामुदायिक स्वास्थ्य को लाभ मिलेगा।
- प्राकृतिक आकर्षण: वन क्षेत्रों का विकास राजस्थान को पर्यटन के दृष्टिकोण से भी लाभदायक साबित होगा। वन्य जीवों, पेड़-पौधों और अन्य प्राकृतिक आकर्षणों की मौजूदगी से पर्यटकों को आकर्षित किया जा सकेगा।
- निर्माण कार्यों को बढ़ावा: इस प्रस्ताव के माध्यम से नए विकास कार्यों को बढ़ावा मिलेगा। वन क्षेत्रों के विकास से भूमिगत संसाधनों का उपयोग सुरक्षित रूप से होगा और लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।
- प्राकृतिक संतुलन की सुरक्षा: इन वन क्षेत्रों का विकास करके प्राकृतिक संतुलन की सुरक्षा सुनिश्चित होगी। ये वन क्षेत्र जलस्रोतों की संरक्षा करेंगे, जिससे जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम किया जा सकेगा।
ग्रीन लंग्स के तहत विकसित किये जाने वाले स्थानों की सूची :-
जिला | स्थान | व्यय राशि |
अलवर | मूंगस्का | 2 करोड़ |
चूरू | राजगढ़ | 2 करोड़ |
राज समंद | नाथद्वारा | 2 करोड़ |
चित्तौड़गढ़ | मंगलवाड़ | 2 करोड़ |
राजसमंद | गणेश टेकड़ी | 2 करोड़ |
उदयपुर | रिसाला | 2 करोड़ |
बारां | खैरखेड़ी | 1 करोड़ |
बांसवाड़ा | श्यामपुरा | 1 करोड़ |
चित्तौड़गढ़ | किला ब्लॉक | 1 करोड़ |
दौसा | नीलकंठ महादेव | 1 करोड़ |
जयपुर | कानोता बांध | 1 करोड़ |
राजसमंद | बंदरिया मंगरा | 1 करोड़ |
टोंक | कच्चा बांध | 1 करोड़ |
कुल व्यय | 19 करोड़ |
इस प्रस्ताव के माध्यम से राजस्थान को पर्यावरण संरक्षण, स्थायी विकास और सामुदायिक उत्थान की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाने का अवसर मिलेगा। इससे प्रदेश का प्राकृतिक सौंदर्य बढ़ेगा और जनता को आरामदायक और स्वस्थ माहौल मिलेगा।