राजस्थान राज्य देश के पहले ऐसा राज्य बन रहा है। जहां प्रत्येक जिले में एक मेडिकल और नर्सिंग कॉलेज कॉलेज की स्थापना की जा रही है। यह पहल उन अत्याधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं की ओर प्रगति की दिशा में बड़ा कदम है। यह राजस्थान के निवासियों को लाभ पहुंचाने का प्रयास है।
संक्षेप में संपूर्ण जानकारी:
- वर्तमान में, राज्य में 19 सरकारी मेडिकल कॉलेज सफलतापूर्वक संचालित हो रहे हैं। ये मेडिकल कॉलेज श्रीगंगानगर, चित्तौड़गढ़, सिरोही और धौलपुर में स्थापित हैं और जिलेवार 100-100 सीटों के साथ सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं।
- इसके अतिरिक्त, अलवर, बूंदी, करौली, हनुमानगढ़ और दोसा के लिए एलोपी (Allotment of Land) प्राप्त हो गई है और इस वर्ष इन जिलों में पांच नए मेडिकल कॉलेज शुरू हो जाएंगे। इससे स्वास्थ्य सेवाओं में और विस्तार में वृद्धि होगी।
- राज्य के 2023-24 के बजट के द्वारा प्रतापगढ़, राजसमंद और जालौर सहित 10 और मेडिकल कॉलेजों को मंजूरी मिली है। ये मेडिकल और नर्सिंग कॉलेज विभिन्न स्तरों पर प्रक्रियाधीन होने के साथ-साथ बड़ी संख्या में छात्रों को दक्षता से प्रशिक्षित करेंगे।
- इस पहल के अलावा, प्रदेश सरकार अपनी आर्थिक संसाधनों का सही उपयोग करके प्रत्येक जिले में मेडिकल कॉलेजों की नीति को मजबूती से आगे बढ़ा रही है। इससे जनता को उच्चतम स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिलेगा।
- वर्तमान में निजी क्षेत्र में भी 9 मेडिकल कॉलेज हैं, और राज्य सरकार निजी क्षेत्र में मेडिकल और नर्सिंग कॉलेज की विकास को बढ़ावा देने के लिए विशेष नीतियों का विकास कर रही है।
- यह पहल न केवल राजस्थान के स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती प्रदान करेगी, बल्कि प्रदेश की गतिशीलता और विकास को भी बढ़ावा देगी। स्वास्थ्य सेवाओं के इस नए मोर्चे में राजस्थान एक मुख्य राष्ट्रीय दृष्टिकोण बनने की ओर अग्रसर है।
राजस्थान की यह पहल स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में नया युग चिह्नित करेगी। यह एक सराहनीय कदम है जो स्वास्थ्य सेवाओं को उच्चतम मानकों तक ले जाने के लिए प्रदेश की प्रगति को प्रोत्साहित करेगा।
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