घर-घर औषधि योजना 2023 के तहत राजस्थान सरकार वितरित करेगी 519 लाख औषधीय पौधे ताकि राजस्थान के लोगों की स्वास्थ्य रक्षा एवं पौधों का संरक्षण एवं संवर्धन सुनिश्चित हो सके। इस महत्वपूर्ण योजना का शुभारंभ राज्य के प्रमुखमंत्री श्री अशोक गहलोत ने वर्ष 2021 में अपने निवास पर गिलोय के पौधे लगाकर किया था।
घर-घर औषधि योजना के लक्ष्य और प्रक्रिया:
- इस योजना के अंतर्गत, प्रदेश भर में तुलसी, कालमेघ, अश्वगंधा, और गिलोय के पौधे घरों तक पहुंचाए जाएंगे। इसके तहत, प्रदेश भर में लगभग 65 लाख परिवारों को निशुल्क उपलब्ध करवाए गए 518.78 लाख औषधीय पौधे वितरित किए जाएंगे।
- वर्ष 2022-23 से, योजना के तहत एक परिवार को अधिकतम 8 पौधे दिए जाएंगे। साथ ही, परिवारों को गिलोय, तुलसी, अश्वगंधा, और कालमेघ में से किसी भी दो प्रकार के 4-4 पौधे चुनने का विकल्प भी मिलेगा।
- पौधों का वितरण वन विभाग की नर्सरी से किया जाएगा ताकि पौधे उचित रूप से पालित जा सकें।
- वर्ष 2022-23 में, 127.01 लाख पौधों का वितरण किया गया है।
- यह योजना प्रदेश भर में औषधीय पौधों के उपयोग को बढ़ाने और लोगों के जीवन में स्वस्थ्य और प्राकृतिक चिकित्सा को संबंधित कर्मियों तक पहुंचाने का प्रयास है।
- योजना द्वारा घर-घर औषधि की व्यापकता बढ़ाने से स्थानीय स्तर पर औषधीय पौधों के संरक्षण और विकास का भी समर्थन मिलेगा। इससे लोग अपने घरों में इस्तेमाल कर सकेंगे और अपने रोगों का आपूर्ति निशुल्क उपलब्ध कराने में सक्षम होंगे।
- घर-घर औषधि योजना राजस्थान सरकार के प्रयासों का प्रमुख तत्व है जो निरंतर लोगों के स्वास्थ्य एवं रोगों से लड़ने में मदद करेगा।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा योजना की शुरुआत:
- इस अनुकरणीय योजना के माध्यम से राजस्थान सरकार ने जनता के स्वास्थ्य और रोग प्रबंधन के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
- इसके साथ ही, यह योजना लोगों को अधिक जागरूक बनाने और आपूर्ति को सुगम बनाने के लिए भी सामाजिक एवं पर्यावरणीय लाभ प्रदान करेगी। इससे हमारे समाज की स्वास्थ्य और वृक्षों की संरक्षा में सुधार होगा।
- यह योजना हमारे राज्य की वनस्पति धरोहर को संरक्षित रखने के साथ-साथ हमारे लोगों की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाएगी।
इस प्रकार, राजस्थान सरकार द्वारा आयोजित घर-घर औषधि योजना राज्य के लोगों की स्वास्थ्य सुरक्षा को सुनिश्चित करने का अद्यतन कदम है। इसके माध्यम से, औषधीय पौधों के प्रयोग में वृद्धि होगी और साथ ही राजस्थान के पर्यावरण की संरक्षा में भी सुधार होगा। घर-घर औषधि योजना ने राजस्थान को आगे बढ़ाने और स्वस्थ्यता को सुदृढ़ करने के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है।