टीचर इंटरफेस फॉर एक्सीलेंस (TIE) कार्यक्रम 2023 के द्वारा राजस्थान के राजकीय महाविद्यालयों, राजकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में से 500 शिक्षकों को अब देश-विदेश के प्रतिष्ठित संस्थानों में अध्यापन संबंधित प्रशिक्षण प्राप्त करने का मौका मिलेगा।
इन संस्थानों में शोध और प्रशिक्षण के माध्यम से शिक्षक नवीनतम विचारों और शिक्षण प्रणालियों से अवगत होंगे। इससे प्रदेश की शिक्षण व्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
महाविद्यालय के शिक्षकों के लिए टीचर इंटरफेस फॉर एक्सीलेंस (TIE) कार्यक्रम 2023:
- मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा टीचर इंटरफेस फॉर एक्सीलेंस (TIE) कार्यक्रम के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है।
- इस कार्यक्रम में वित्तीय वर्ष 2023-24 में 23.50 करोड़ रुपये का खर्च होगा।
- यह कार्यक्रम शोध और प्रशिक्षण सुविधा को सुदृढ़ करेगा। उचित मार्गदर्शिका जल्द जारी की जाएगी।
क्यूएस और एनआईआरएफ रैंक वाले संस्थानों में विशेष प्रशिक्षण:
- शिक्षक विदेशों के 1 से 100 क्यूएस रैंक और भारत के 1 से 100 नेशनल इंस्टीट्यूट रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) रैंक वाले संस्थानों में प्रशिक्षण ले सकेंगे।
- इससे शिक्षकों को उत्कृष्ट शैक्षणिक नीतियों और संचालित कार्यक्रमों का परिचय और प्रशिक्षण मिलेगा।
- इसके परिणामस्वरूप, उच्च शिक्षा में गुणवत्तापूर्ण अध्यापन और शोध को प्रोत्साहित किया जा सकेगा।
- राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद के ग्रेडिंग में राजस्थान के उच्च शिक्षा संस्थानों की स्थिति मजबूत और सुरक्षित होगी।
- टीचर इंटरफेस फॉर एक्सीलेंस (TIE) कार्यक्रम 2023 की योजना 1 से 6 महीने की अवधि तक के प्रशिक्षण कार्यक्रमों के लिए होगी।
- यह योजना राजस्थान स्टेट फैकल्टी डवलपमेंट एकेडमी (Rajasthan State Faculty Development Academy) द्वारा संचालित की जाएगी। कॉलेज शिक्षा विभाग को इसका नोडल विभाग बनाया गया है ।
इस प्रयास के माध्यम से, राजस्थान के शिक्षकों को विदेशी संस्थानों में शोध और प्रशिक्षण का एक नया मौका मिल रहा है। इससे उन्हें अत्याधुनिक शिक्षा तकनीकों और विचारों से परिचित होने का और उनके शिक्षण कौशल को समृद्ध करने का अवसर मिलेगा। इस पहल के द्वारा राज्य की शिक्षा प्रणाली मजबूत होगी और शोध क्षेत्र में एक सुधार देखने को मिलेगा।