राजस्थान सरकार ने अपने कर्मिकों की प्रशासनिक और सामाजिक क्षेत्रों पर विशेष प्रशिक्षण और उच्च शिक्षा के माध्यम से उनकी क्षमता विकास के लिए एक नवीनतम पहल की है। इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए, राजस्थान सरकार ने ‘महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ़ गवर्नेंस एंड सोशल साइंसेज’ की स्थापना की है।
इस संस्थान का गठन टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज, मुंबई के आधार पर किया जायेगा।
महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ़ गवर्नेंस एंड सोशल साइंसेज संस्थान के उद्देश्य:
- यह संस्थान राज्य के अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रशासनिक और सामाजिक क्षेत्रों से संबंधित शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करेगा।
- संस्थान के माध्यम से राजस्थान में उच्च गुणवत्ता की शिक्षा, अनुसंधान, और प्रशिक्षण के आवश्यकताओं को पूरा किया जाएगा।
- इस पहल के माध्यम से राजस्थान सरकार नवाचारी और उन्नत विश्व के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देगी।
संस्थान के सहयोगी और संगठन:
- राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के सहयोग से इस संस्थान का कार्य होगा।
- संस्थान के निर्माण के लिए टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज और अजीज प्रेमजी फाउंडेशन के साथ मिलकर काम किया जा रहा है।
भवन और कार्यकाल:
- संस्थान का भवन जयपुर के जवाहर लाल नेहरू मार्ग पर स्थित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस परिसर में निर्माणाधीन है।
- इस संस्थान के निर्माण का कार्य अक्टूबर 2022 में शुरू हुआ जिसे मार्च 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
- इस स्थान पर राजकीय महाविद्यालय, जयपुर तथा राजाराम पोद्दार आवासीय विद्यालय के भवन का निर्माण कार्य भी चल रहा है।
- इस परियोजना के लिए कुल 355.83 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है, जिसमें से अब तक 180 करोड़ रुपये व्यय हो चुके हैं।
M.G. इंस्टीट्यूट ऑफ़ गवर्नेंस एंड सोशल साइंसेज राजस्थान सरकार द्वारा उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है।
यह संस्थान अपने कर्मिकों को विशेष प्रशिक्षण और उच्च शिक्षा के माध्यम से सशक्त और संवेदनशील नेतृत्व के लिए तैयार करेगा। यह पहल राजस्थान के उच्च शिक्षा और अनुसंधान क्षेत्र को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान देगी।