राजस्थान की सरकार ने युवाओं को रोजगार की नयी दिशा में अग्रसर करने के उद्देश्य से आईटीआई (औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान) के विकास पर सकारात्मक निर्णय लिए है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने विभिन्न आईटीआई में पदों के सृजन की मंजूरी देकर युवाओं को नए रोजगार के अवसर प्रदान करने का दृढ आश्वासन दिया है।
नवीन आईटीआई में पदों का सृजन:
- मुख्यमंत्री की स्वीकृति से अब 19 नवीन आईटीआई में विभिन्न पदों की संख्या बढ़ी है, जिससे युवाओं को विशिष्ट क्षेत्रों में विकसित होने का मौका मिलेगा।
- इन आईटीआई में हरसोली, पूगल, श्रीकोलायत, नैनवा, अणवाणा, नोहर, धोद, नीमका थाना, उमरैण, विजयपुर, लाखनपुर, रामगढ़ पचवारा, मोहनगढ़, साहडोली, नाहरगढ़, फूलवारा, रामसागड़ा, भटेवर, गागरिया शामिल हैं, जहाँ युवाओं को उनकी प्राथमिकताओं के अनुसार रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे।
माईनिंग और इलेक्ट्रिक ट्रेड का समर्थन:
- राज्य सरकार ने आईटीआई किशनगढ़, राजसमंद, भीलवाड़ा, जालौर, सिरोही में माईनिंग और इलेक्ट्रिक ट्रेड के लिए मशीनरी की खरीद को समर्थन दिया है।
- इससे युवाओं को इन क्षेत्रों में नवाचारी अवसर मिलेंगे, जिनसे उनकी कौशल सेट और पेशेवर विकास में मदद मिलेगी।
आईटीआई : रिमोटली पायलटेड एयरक्रॉफ्ट और सोलर टेक्निशियन:-
- प्रदेश में नए और नवाचारी रोजगारी अवसरों के लिए रिमोटली पायलटेड एयरक्रॉफ्ट और सोलर टेक्निशियन के क्षेत्र में भी सकारात्मक निर्णय लिए गए हैं।
- यह युवाओं को नए और महत्वपूर्ण विकास क्षेत्रों में स्थापित करेगा, जो उनके प्रोफेशनल विकास को बढ़ावा देगा।
संक्षिप्त विवरण:-
- मुख्यमंत्री श्री गहलोत द्वारा आईटीआई में विभिन्न पदों के लिए मंजूरी प्रदान की गई है।
- 19 नवीन आईटीआई में 38 पदों का सृजन किया जा रहा है, जिनमें अधीक्षक और व्यवसाय अनुदेशक शामिल हैं।
- विभिन्न आईटीआई में माइनिंग और इलेक्ट्रिक ट्रेड के लिए 9.28 करोड़ रुपए की मशीनरी और उपकरण खरीदे जाएंगे।
- महिला आईटीआई में मशीनरी और सामान के लिए 1.47 करोड़ रुपए की आवश्यकता होगी, जिससे महिलाओं को भी व्यवसायिक अवसर मिलेंगे।
- राजकीय आईटीआई में रिमोटली पायलटेड एयरक्राफ्ट और सोलर टेक्निशियन ट्रेड के लिए मशीनरी और उपकरण खरीदे जाएंगे, जिससे नए व्यवसायिक क्षेत्रों में युवाओं को अवसर मिलेगा।
मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के सकारात्मक निर्णय से प्रदेश के युवाओं को रोजगार की नयी दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। इससे न सिर्फ उनके व्यक्तिगत विकास में मदद मिलेगी, बल्कि प्रदेश की आर्थिक उच्चता में भी सुधार होगा।