राजस्थान में ग्रामीण वर्ग पशुपालन व्यवसाय में अग्रणीय रहा है पशुपालन ग्रामीण परिवेश में आय का मुख्य स्रोत है इस राजस्थान बजट 2023-24 में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पशु पालकों को भी ध्यान में रखा है
राजस्थान बजट 2023-24 के अंतर्गत पशुपालकों को हो रही समस्याओं को देखते हुए मुख्यमंत्री जी ने पशुपालकों को समस्याओं से राहत देने के लिए निम्न घोषणाएं की है
- गत वर्ष लम्पी नामक भयावह रोग के प्रकोप से बड़ी तादाद में गौवंश काल का ग्रास बना था। राजस्थान बजट 2023-24 के तहत लम्पी रोग से मरने वाली गायों के लिए प्रति गाय 40,000 रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी
- दुधारू पशुओं की असमय मृत्यु के कारण पशुपालकों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है। इस समस्या को देखते हुए मुख्यमंत्री कामधेनु बीमा योजना के तहत 20 लाख से अधिक पशुपालकों को लाभ प्रदान किया जायेगा। इस योजना के तहत यूनिवर्सल कवरेज देते हुए प्रत्येक परिवार 2 दूध देने वाले पशुओ का 40,000 रु प्रति पशु कामधेनु बीमा किया जायेगा।
- पशुधन निशुल्क आरोग्य योजना के तहत पशुओं का निशुल्क टीकाकरण किया जाएगा
- पशुओं की नस्ल को सुधारने तथा उनके कृत्रिम गर्भाधान के लिए पशु मित्र योजना का संचालन किया जायेगा।
- सेक्स शॉर्टेड सीमन से आर्टिफिशियल इनसेमिनेशन कराने के लिए ₹500 तक का अनुदान दिया जाएगा
- सेक्स शॉर्टेड सीमन के उत्पादन के लिए बस्सी जयपुर में लैब का निर्माण किया जाएगा
- 1200 ग्राम पंचायतों में पशु चिकित्सा उपकेंद्र खोले जाएंगे
- 100 पशु चिकित्सा उप केंद्रों को पशु चिकित्सालय में परिवर्तित किया जाएगा
- 15 पशु चिकित्सालय को प्रथम श्रेणी पशु चिकित्सालय में परिवर्तित किया जाएगा
- पांच प्रथम श्रेणी पशु चिकित्सालय को बहुउद्देशीय पशु चिकित्सालय में परिवर्तित किया जाएगा
- 1000 नए मिल्क रूट्स 5000 और नए सरस बूथ तथा 200 सरस पार्लर खोले जाएंगे
- शहरी क्षेत्रों में 1000 सरस मित्र खोले जाएंगे
- राजस्थान सरकार नंदिशालाओ में दिया जानेवाला अनुदान 9 महीने से बढ़ाकर 12 महीने किया जायेगा इसके लिए लगभग 1000 करोड़ का व्यय किया जायेगा।
- मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए करीब 20,000 किसानों को निःशुल्क मछली के बीज़ दिये जायेगे।