आंगनबाड़ी केंद्र में ‘Asha Sahyogini’ नामक एक अतिरिक्त कार्यकर्ता का पद होता है, जो पोषण, स्वास्थ्य, पूर्व स्कूली शिक्षा और सेवाओं की योजना संबंधी कार्य करता है। आशा सहयोगिनी का कार्य NRHM के तहत आशा (दाई) की भूमिका के समान माना जाता है।
इसके माध्यम से, एक ही क्षेत्र में समान प्रकार की सेवाएं प्रदान करने वाली कार्यकर्ताओं को घर-घर जाने का पुनरावर्तन का कार्य रोकने के लिए, आंगनबाड़ियों में आशा सहयोगिनी का पद स्थापित किया गया है, जो WCD (Women & Child Development Sector) के साथ सहयोग करती है । जिसे समुदाय द्वारा ग्राम पंचायत के माध्यम से चुना जाता है।
NRHM की स्थापना के बाद से, आशा (राजस्थान में आशा सहयोगिनी के रूप में जानी जाती है) ने स्वास्थ्य कार्यों के क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसके माध्यम से, ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं के पहुंच में सुधार हुआ है। और अधिकांश जनसंख्या को उच्च-स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिला है।
आशा सहयोगिनी का चयन कैसे होता है?
- आशा सहयोगिनी के रूप में काम करने के लिए, कम से कम पांच वर्षों का अनुभव होना आवश्यक होता है।
- इसके लिए महिला का 10 वी पास होना अनिवार्य है।
- आशा सहयोगिनी का चयन पूर्व में चयनित आशाओं के द्वारा किया जाता है।, इस चयन प्रक्रिया में कुछ सहयोग स्थानीय ग्राम पंचायत का भी होता है।
आशा सहयोगिनी का पूरा नाम क्या है?
आशा सहयोगिनी का पूरा नाम है “एक्रिडिटेड सोशल हेल्थ एक्टिविस्ट” जिसे हिंदी में “मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता” कहा जाता है। एक्रिडिटेड सोशल हेल्थ एक्टिविस्ट की संक्षिप्त रूप ASHA है, जो स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में ग्रामीण क्षेत्रों में सक्रिय रूप से काम करने वाले कार्यकर्ता को दर्शाता है।
आशा सहयोगिनी का वेतन कितना बढ़ाया गया है?
आशा सहयोगिनी के मानदेय में एक बहुत ही सराहनीय बदलाव हुआ है। पहले जब भी आशा सहयोगिनी को अपने सेवाओं के बदले मानदेय दिया जाता था, पूर्वे में यह वेतन ₹3564 प्रतिमाह का होता था। लेकिन अब राजस्थान सरकार ने आशा सहयोगिनी के मानदेय में 15% की वृद्धि की है। इससे अब आशा सहयोगिनी को हर महीने ₹4098 का मानदेय मिलेगा।