शिक्षा के क्षेत्र में उन्नति के लिए राजस्थान सरकार ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। प्रदेश के 194 राजकीय विद्यालय अब महात्मा गांधी राजकीय अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में रूपांतरित होंगे। इस प्रक्रिया में, 46 प्राथमिक स्तर, 90 उच्च प्राथमिक स्तर और 58 उच्च माध्यमिक स्तर के विद्यालय शामिल होंगे। इस सुप्रसिद्ध माध्यम के माध्यम से राजकीय विद्यालय उच्चतम शिक्षा की ओर एक नया कदम बढ़ाएंगे। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने इस सराहनीय पहल को मंजूरी दी है।
राजकीय विद्यालय से महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में रूपांतरित विद्यालयों की की जिलेवार सूची :-
विभिन्न जिलों के विद्यालयों के रूपांतरण का योजनाबद्ध अनुमान है। जो कि निम्न प्रकार है
जिलों के नाम | रूपांतरित विद्यालयों की संख्या |
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अलवर | 9 विद्यालय |
भरतपुर | 8 विद्यालय |
बीकानेर | 17 विद्यालय |
चित्तौड़गढ़ | 3 विद्यालय |
चूरू | 3 विद्यालय |
दोसा | 7 विद्यालय |
जोधपुर | 5 विद्यालय |
धौलपुर | 5 विद्यालय |
डूंगरपुर | 2 विद्यालय |
हनुमानगढ़ | 8 विद्यालय |
जयपुर | 45 विद्यालय |
झुंझुनू | 17 विद्यालय |
करौली | 8 विद्यालय |
कोटा | 15 विद्यालय |
टोंक | 2 विद्यालय |
नागौर | 7 विद्यालय |
सवाई माधोपुर | 4 विद्यालय |
सीकर | 16 विद्यालय |
उदयपुर | 11 विद्यालय |
श्रीगंगानगर | 2 विद्यालय |
इस नए उद्देश्य के साथ, राजकीय विद्यालयों का स्तर सुधारकर उन्हें उच्चतम शिक्षा के क्षेत्र में एक नया परिवर्तन प्रदान किया जा रहा है।
महात्मा गांधी विद्यालयों में प्ले एलीमेंट्स का लगाने का निर्णय:
- शिक्षा के मूल आधार को मजबूत बनाने के लिए प्रदेश के 966 महात्मा गांधी राजकीय विद्यालयों में प्ले एलीमेंट्स के लगाने का निर्णय स्वीकृत हुआ है।
- श्री गहलोत ने इस वित्तीय प्रस्ताव को 7.83 करोड़ रुपये की राशि के साथ मंजूरी दी है।
- प्रत्येक विद्यालय में चाइल्ड फ्रेंडली फर्नीचर के 3-3 सैट और आउटडोर प्ले मैटेरियल का एक-एक सैट लगाया जाएगा।
- इनमें प्लास्टिक टॉप और आयरन बेस वाली कुर्सी-टेबल, स्लाइड, सी-सॉ, रॉकर आदि चीजों को शामिल किया गया है।
- इससे बच्चों को शिक्षा के साथ खेलने का भी मौका मिलेगा, जिससे उनका शारीरिक और मानसिक विकास होगा।
राजस्थान सरकार का यह पहल शिक्षा के क्षेत्र में नए समर्थन का प्रतीक है। महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में रूपांतरण से राजकीय विद्यालयों का स्तर बेहतरीन होगा और छात्रों को उनके विकास में अधिक संलग्न किया जाएगा।
यह उन्हें नवीनीकृत शिक्षा प्रदान करके उनके भविष्य को और उज्ज्वल बनाएगा।
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