आई एम शक्ति उड़ान योजना का उद्देश्य राजस्थान की सभी किशोरी बालिकाओं एवं महिलाओं को स्वास्थ्य व स्वच्छता के लिए जागरूक करना तथा निःशुल्क सेनेटरी पेड का वितरण करना है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा राजस्थान बजट 2021-2022 में नारी स्वास्थ्य व स्वछता को प्रमुखता देते हुए I M Shakti Uddan योजना की घोषणा की थी। आई एम शक्ति उड़ान योजना की शुरुआत 19 दिसंबर 2021 को की गई थी।
आई एम शक्ति उड़ान योजना की उपयोगिता
राजस्थान में ग्रामीण परिवेश की महिलाओं तथा किशोरियों में सेनेटरी नैपकिन की जागरूकता का समान्य तौर पर आभाव होता है।
आई एम शक्ति उड़ान योजना के माध्यम राज्य सरकार यह जागरूकता लाना चाहती है, कि माहवारी के समय सेनेटरी पेड का उपयोग करके भविष्य में होने वाली विभिन्न प्रकार के रोगों से कैसे बचा जा सकता है।
वर्तमान में अशिक्षित वर्ग की किशोरियों और महिलाओं के द्वारा माहवारी के समय कपडे का प्रयोग किया जाता है। जिससे विभिन्न प्रकार के रोग उत्पन्न होने की सम्भावना रहती है। राजस्थान सरकार आई एम शक्ति उड़ान योजना के माध्यम से निःशुल्क सैनेटरी पेड का वितरण करके तथा इसकी उपयोगिता बताकर महिलाओं और किशोरियों को जागरूक कर रही है।
इसके अतिरिक्त महिलाओं को घर पर रह कर रोजगार का अवसर देने के लिए राजस्थान सरकार मुख्यमंत्री वर्क फ्रॉम होम जॉब वर्क योजना का भी संचालन कर रही है।
योजना का क्रियान्वन
राजस्थान सरकार की आई एम शक्ति उड़ान योजना के प्रभावी क्रियान्वन के लिए प्रदेश के हर गांव में जागरूकता अभियान चला रही है।
इस योजना के माध्यम से महिलाओं तथा किशोरियों को सेनेटरी नैपकिन का प्रयोग करना, महिलाओं व किशोरियों को महावारी के समय होने वाले संभावित रोगों के बारे में जागरूक करना आदि के लिए राजस्थान सरकार अनेक अभियान चला रही है।
इस योजना के तहत राजकीय विद्यालयों तथा आंगनबाड़ी केंद्रों को वितरण केंद्र बनाया गया है जहां निःशुल्क सेनेटरी पैड वितरित किए जा रहे है।
राजस्थान सरकार सेनेटरी पेड बनाने वाली कंपनियों को ऋण उपलब्ध करवा रही है। जिससे कंपनियां बिना किसी रूकावट के सेनेटरी नैपकिन बनाने का कार्य करती रहे।
सरकार उन संस्थाओं, NGO को भी प्रोत्साहित करती है जो समय समय पर सेनेटरी नैपकिन की उपयोगिता के बारे में गांव में जाकर प्रचार प्रसार कर रही है। आई एम शक्ति उड़ान योजना के माध्यम से महिलाओं तथा किशोरियों को माहवारी जनित रोगो से बचने के लिए सेनेटरी नैपकिन का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
राजस्थान सरकार सेनेटरी नैपकिन की उपलब्धता को लेकर भी काफी सतर्क है वह समय-समय पर यह ध्यान भी रख रही है कि राज्य में वितरित किए जा रहे सेनेटरी पैड की उपलब्धता कम ना पड़े
यह योजना चरणबद्ध तरीके से चलाई जा रही है। सरकारी आकड़ो के अनुसार अभी तक तक़रीबन 1 करोड़ लाभार्थी इस योजना का लाभ ले चुके है।