मैरिज सर्टिफिकेट के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें : Marriage Certificate Kaise Banaye, क्यों जरूरी है विवाह प्रमाण पत्र

Marriage Certificate Kaise Banaye : हर नागरिक के लिए शादी के बाद मैरिज सर्टिफिकेट बनवाना अनिवार्य हो गया है। भारत में सभी नागरिकों को अपना “Marriage Certificate” बनवाना अनिवार्य है, चाहे वह किसी भी जाति, धर्म, या संप्रदाय से संबंधित हों।

विवाह एक महत्वपूर्ण समाजिक और कानूनी प्रक्रिया है। हालांकि, कई लोगों के लिए विवाह पंजीकरण की प्रक्रिया मुश्किल और लंबी हो सकती है। इसलिए, सरकार ने विवाह पंजीकरण की प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाया है और ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा प्रदान की है। इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि Marriage Certificate Kaise Banaye और विवाह प्रमाण पत्र कैसे प्राप्त किया जा सकता है।

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Marriage Certificate Kya Hai | Marriage Certificate Kaise Banaye

Marriage Certificate एक ऐसा प्रमाणपत्र है जिसकी मदद से किसी विवाहित जोड़े की विवाह को प्रमाणित किया जाता है। इसमें विवाह की तिथि, स्थान, वर और वधु के नाम आदि जैसे महत्वपूर्ण तथ्यों को प्रमाणित किया जाता है। विवाह एक पवित्र बंधन होता है जिसमें दो व्यक्ति अपना जीवन रीति-रिवाजों के अनुसार व्यतीत करने का संकल्प लेते हैं। हर समाज में अपने रीति-रिवाज और अनुष्ठान होते हैं, और इस प्रकार के विवाह को समाज द्वारा मान्यता भी प्रदान की जाती है।

यदि किसी दंपति के पास “विवाह प्रमाण पत्र” नहीं है, तो उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए अब विवाह का सर्टिफिकेट अनिवार्य हो गया है। “Marriage Certificate” के माध्यम से सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के लाभ प्राप्त किए जा सकते हैं, साथ ही कई प्रकार की अन्य सुविधाओं का भी लाभ उठाया जा सकता है। सरकार द्वारा विवाह के पंजीकरण के लिए अलग-अलग धर्म, जाति, समुदाय और संप्रदाय वर्ग के अनुसार पंजीकरण शुल्क निर्धारित किए गए हैं। 

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विवाह पंजीकरण क्यों जरूरी है ? Marriage Certificate Kaise Banaye Importance

  • विवाह से जुड़े वैधानिक अधिकार: विवाह प्रमाण-पत्र की सहायता से विवाहित युगल को उनके वैधानिक अधिकारों का उपयोग करने की सुविधा मिलती है। इससे उन्हें सरकारी योजनाओं और फायदों का लाभ मिलता है।
  • बैंक खाता खुलवाने में सहायक: यह दस्तावेज़ बैंक खातों के खुलवाने में भी सहायक होता है और विवाहित युगल को आर्थिक संबंधों में सुविधा प्रदान करता है।
  • प्रशासनिक सेवाओं में सुविधा: विवाह प्रमाण-पत्र के बिना कई प्रशासनिक सेवाओं में सुविधा प्राप्त करना मुश्किल हो सकता है। इसे प्रयोग करके सरकारी सेवाओं के लिए आवेदन करना आसान हो जाता है।
  • कानूनी मामलों में सहायता: विवाह प्रमाण-पत्र न्यायिक मामलों में भी महत्वपूर्ण होता है। यह तलाक या मेंटनेंस जैसे मामलों में साक्ष्य के रूप में उपयोग किया जा सकता है।
  • पासपोर्ट और वीज़ा के लिए आवश्यक: अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेजों की प्राप्ति के लिए भी विवाह प्रमाण-पत्र की आवश्यकता होती है, जैसे कि पासपोर्ट या वीज़ा।

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मैरिज सर्टिफिकेट बनवाने के लिए पात्रता, Eligibility | मैरिज सर्टिफिकेट कैसे बनाएं

  • विवाह के लिए Marriage Certificate रजिस्ट्रेशन के लिए योग्यता के रूप में, पति की उम्र कम से कम 21 वर्ष होनी चाहिए, और पत्नी की उम्र कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए। ध्यान दें, इससे कम उम्र के आवेदक को बाल विवाह के अपराध में दंडित किया जाएगा।
  • विवाह सर्टिफिकेट की रजिस्ट्रेशन के लिए, पति-पत्नी में से कम से कम एक का भारत में निवास होना आवश्यक है। यह नियम स्थानीय समाज और संविधानिक नियमों के साथ मेल खाता है और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को सुनिश्चित करता है।
  • Marriage Certificate की रजिस्ट्रेशन को लेकर, अविवाहित जोड़े को एक माह के भीतर प्रस्तुत करना आवश्यक है। यह नियम स्पष्टता और क्रमश: समय सीमा का पालन करने का आह्वान करता है।

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Marriage Certificate Kaise Banaye जरूरी दस्तावेज 

  • पति पत्नी का आधार कार्ड: विवाह प्रमाण पत्र बनवाने के लिए, पति और पत्नी दोनों के पास आधार कार्ड की प्रतियोगिता होनी चाहिए।
  • मोबाइल नंबर लिंक: आधार कार्ड के साथ-साथ, दोनों पति और पत्नी के आधार कार्ड से उनका मोबाइल नंबर लिंक होना भी जरूरी है।
  • भारतीय नागरिकता: पति और पत्नी दोनों में से कम से कम एक व्यक्ति का भारतीय नागरिक होना आवश्यक है।
  • पति का पता प्रमाण पत्र: पति को अपनी पत्नी के साथ रहने का सबूत देने के लिए, आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट जैसे पता प्रमाण पत्र की जरूरत होती है।
  • उम्र का सबूत: पति और पत्नी दोनों को अपनी उम्र का सबूत भी प्रस्तुत करना होता है, जैसे जन्म प्रमाण पत्र या अंक पत्र।
  • फोटो: एक पासपोर्ट साइज की फोटो की आवश्यकता होती है।
  • विवाह की तस्वीर: विवाह का एक तस्वीर भी जरूरी है।
  • शादी का कार्ड: एक शादी का कार्ड भी प्रस्तुत करना आवश्यक है।
  • सपथ पत्र: शपथ पत्र को नोटरी द्वारा प्रमाणित करने के बाद ही अपलोड किया जाना चाहिए।

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मैरिज सर्टिफिकेट कैसे बनाएं फायदे, Benefits

  • कानूनी मान्यता: मैरिज सर्टिफिकेट के प्राप्त होने से विवाहित जोड़े को कानूनी मान्यता प्राप्त होती है। यह उन्हें समाज में अधिक सम्मान और सुरक्षा देता है।
  • सरकारी योजनाओं का लाभ: विवाह प्रमाण पत्र के आधार पर सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ आसानी से उठाया जा सकता है। यह जोड़े के भविष्य को सुरक्षित और स्थिर बनाने में मदद करता है।
  • संपत्ति और नामांकन: “मैरिज सर्टिफिकेट” के होने से संपत्ति के मामले में और नामांकन के मामले में कार्य को आसान बनाया जा सकता है।
  • बैंक और बीमा सुविधाएं: विवाह प्रमाण पत्र के आधार पर बैंक में जमा राशि और बीमा में नॉमिनी के रूप में नाम जोड़ना आसान हो जाता है।

मैरिज सर्टिफिकेट ऑनलाइन बनाने की प्रक्रिया | Marriage Certificate Kaise Banaye

संबंधित राज्य सरकार की वेबसाइट पर जाएं: 

  • सबसे पहले, आपको उस राज्य सरकार की वेबसाइट पर जाना होगा जिसके तहत आप शादी पंजीकृत करना चाहते हैं।

रजिस्ट्रेशन के लिए लिंक ढूंढें: 

  • आधिकारिक वेबसाइट पर, आपको “मैरिज रजिस्ट्रेशन” या “ऑनलाइन मैरिज सर्टिफिकेट” का विकल्प ढूंढना होगा।

रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरें: 

  • लिंक पर क्लिक करने के बाद, आपको एक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरना होगा। फॉर्म में आपको अपनी और अपने जीवनसाथी की जानकारी, जैसे कि नाम, पता, जन्मतिथि, शादी की तारीख आदि दर्ज करनी होगी।

आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें: 

  • आपको फॉर्म के साथ कुछ आवश्यक दस्तावेज भी अपलोड करने होंगे, जैसे कि शादी का प्रमाण पत्र, पहचान प्रमाण (आधार कार्ड, वोटर आईडी, आदि), आयु प्रमाण (जन्म प्रमाण पत्र, एजुकेशन सर्टिफिकेट, आदि), एड्रेस प्रूफ (आधार कार्ड, बिजली बिल, आदि), और शपथ पत्र।

शुल्क का भुगतान करें: 

  • आपको ऑनलाइन फॉर्म जमा करने के लिए शुल्क का भुगतान करना होगा। शुल्क का भुगतान आप डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, नेट बैंकिंग या अन्य ऑनलाइन भुगतान माध्यम से कर सकते हैं।

फॉर्म जमा करें: 

  • सभी आवश्यक जानकारी भरने और दस्तावेज अपलोड करने के बाद, आप फॉर्म जमा कर सकते हैं।

आवेदन की स्थिति की जांच करें: 

  • आप कुछ दिनों बाद वेबसाइट पर जाकर आवेदन की स्थिति की जांच कर सकते हैं।

मैरिज सर्टिफिकेट डाउनलोड करें: 

  • आवेदन स्वीकार होने के पश्चात आप वेबसाइट से विवाह प्रमाण पत्र डाउनलोड कर सकते हैं।

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Marriage Certificate Offline Kaise Banaye | मैरिज सर्टिफिकेट ऑफलाइन कैसे बनाएं

Marriage Certificate Kaise Banaye पंजीकरण करें: 

पहला कदम होता है अपने विवाह का पंजीकरण करवाना। आप निबंधन कार्यालय या संबंधित रजिस्ट्रार कार्यालय से विवाह पंजीकरण फॉर्म प्राप्त कर सकते हैं।

दस्तावेज संकलन: 

फॉर्म भरने के बाद, सभी आवश्यक दस्तावेज और शादी से संबंधित प्रमाण पत्रों को संकलित करें।

फॉर्म जमा करें: 

जब सभी दस्तावेज तैयार हो जाएं, तो आपको निबंधन कार्यालय या संबंधित रजिस्ट्रार कार्यालय में फॉर्म जमा करवाना होगा।

दस्तावेज सत्यापन: 

रजिस्ट्रार द्वारा शादी के सभी दस्तावेजों का सत्यापन किया जाता है, जैसे कि शादी की फोटो, शादी की तारीख और स्थान।

प्रमाण पत्र जारी: 

सभी रिकॉर्ड वेरिफाई होने के बाद, आपको विवाह प्रमाण पत्र प्राप्त होता है।

प्राप्ति: 

30 दिनों के भीतर, आपको विवाह प्रमाण पत्र अपने पते पर भेजा जाता है, या आप स्वयं रजिस्ट्रार कार्यालय में जाकर इसे प्राप्त कर सकते हैं।

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कृपया ध्यान दें:- यह आर्टिकल केवल सामान्य जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है मैरिज सर्टिफिकेट कैसे बनाएं से संबंधित जानकारी के लिए आप आधिकारिक स्रोतों की जांच करें.

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