ऑर्गन ट्रांसप्लांट कमेटी राजस्थान : आज के दौर में तकनीकी विकास ने चिकित्सा विज्ञान को नए आयामों तक पहुंचाया है। ऑर्गन ट्रांसप्लांटेशन एक ऐसा शानदार कदम है, जिससे जीवन को नई उम्मीदें मिलती हैं।
आज हम आपको बताएंगे कि अंगदान को बढ़ाने के लिए प्रदेश में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय क्या हैं।
ऑर्गन ट्रांसप्लांट कमेटी राजस्थान महत्वपूर्ण निर्णय:
- अंगदान एक नोबल परिप्रेक्ष्य है, जिससे एक व्यक्ति के मृत अंग को दूसरे व्यक्ति को देने का संबल मिलता है।
- अंगदान के बारे में लोगों को प्रोत्साहन करने के लिए हर सरकारी मेडिकल कॉलेज में ऑर्गन ट्रांसप्लांट समितियां बनाई जाएगी।
- इन समितियों में खास महत्व दिया जाएगा कि स्वयंसेवी संस्थाएं भी अंगदान के क्षेत्र में कार्य कर सकें।
ऑर्गन डोनेशन के लिए फोलोअप जांचें:
- राजकीय अस्पतालों में होने वाले ऑर्गन डोनेशन के बाद व्यक्ति 1 साल तक सभी प्रकार की फोलोअप जांचे नि:शुल्क करा सकता है।
- यह उन लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है जो अंगदान में सक्रिय रूप से शामिल हो रहे हैं।
- इन फॉलोअप जाँचों का खर्चा संबंधित आरएमआरएस द्वारा उठाया जाएगा।
प्रशिक्षण प्रोग्राम और नेत्रदान को बढ़ावा:
- स्वस्थ अंग दान एवं टिश्यू ट्रांसप्लांट के लिए चिकित्सकों को विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
- राज्य में सभी मेडिकल कॉलेजों में वर्तमान में कार्यरत व अन्य चिकित्सकों को नवीनतम जानकारी से अवगत किया जाएगा।
- कैरेटोप्लास्टी प्रशिक्षण अगस्त माह में शुरू करने के लिए SMS मेडिकल कॉलेज के विभागाध्यक्ष को निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
- नेत्रदान एवं अंगदान को बढ़ाने के लिए आठवीं कक्षा में इस विषय को पाठ्यक्रम में शामिल करने के लिए आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।
राजस्थान सरकार द्वारा राज्य में अंगदान के क्षेत्र में बदलाव लाने के लिए कदम उठाए गए हैं। ऑर्गन ट्रांसप्लांटेशन के माध्यम से जीवन को नई उम्मीदें मिलेंगी और समाज को एक नया दिशा मिलेगी।
यह एक बड़ा संबल है, जिसका लाभ लाखों लोगों तक पहुंचेगा। आइए हम सभी मिलकर इस महत्वपूर्ण चीज में अपना योगदान दें और समाज को स्वस्थता और उत्तरोत्तर विकास की राह पर आगे बढ़ाएं।