राजस्थान फल और मसाला बगीचा योजना 2023 के अंतर्गत राजस्थान के किसानों को फलों और मसालों के बगीचे लगाने पर अनुदान दिया जाता है। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के किसानों को फल एवं मसाला बगीचे की स्थापना के लिए वित्तीय सहायता के रूप में 23.79 करोड़ रुपए के अनुदान की स्वीकृति प्रदान की है। यह बड़ी संख्या में किसानों को प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए एक प्रमुख कदम है।
राजस्थान फल और मसाला बगीचा योजना 2023 का ब्योरा:
- वर्ष 2023-24 में, 7609 हेक्टेयर क्षेत्र में फल बगीचे के लिए 22.40 करोड़ रुपए का अनुदान दिया जाएगा।
- मसाला बगीचे के लिए 2527 हेक्टेयर क्षेत्र में 1.39 करोड़ रुपए का अनुदान दिया जाएगा।
- इस अनुदान के लिए, 17.24 करोड़ रुपए राज्य कृषक कल्याण कोष, 6.55 करोड़ रुपए राष्ट्रीय बागवानी मिशन, और राष्ट्रीय कृषि विकास योजना से प्राप्त किए जाएंगे।
कृषि विकास में एक बड़ा कदम:
- यह अनुदान विशेष रूप से फल एवं मसाला बगीचे की स्थापना को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है।
- फल बगीचे और मसाला बगीचे के लिए अलग-अलग अनुदान दिए जाने से किसानों को उनके व्यवसाय के विभिन्न पहलुओं के लिए वित्तीय सहायता मिलेगी।
- इससे उन्हें अधिक फसलों की खेती करने और नई विपणन अवसरों का उपयोग करने की संभावनाएं मिलेंगी।
- इस निर्णय से किसानों को आर्थिक रूप से मजबूती मिलेगी और उन्हें कृषि उत्पादों की वृद्धि के लिए प्रेरित किया जाएगा।
- फल एवं मसाला बगीचे न केवल उत्पादकता बढ़ाने में मदद करेंगे, बल्कि क्षेत्रीय विकास को भी बढ़ावा देंगे। इसके साथ ही, यह अनुदान कृषि उद्यानों और कृषि संबंधित उद्योगों को भी बढ़ावा देने में सहायता करेगा।
इस अनुदान के माध्यम से मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने किसानों के समृद्धि और प्रदेश की कृषि विकास को मजबूती देने का एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
राजस्थान फल और मसाला बगीचा योजना 2023 का उपयोग करके किसानों को फल एवं मसाला बगीचे लगाने के लिए आवश्यक वित्तीय संसाधन प्रदान किए जाएंगे, जिससे उनकी आय और जीवनशैली में सुधार होगा।
यह निर्णय किसानों की समृद्धि, प्रदेश की खाद्य सुरक्षा, और कृषि उद्योगों के विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
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