राजस्थान के राजकीय हेल्थ एंड वैलनेस सेन्टरों में अब रेबीज वैक्सीन के साथ साथ कब्ज, थायराइड, पेट दर्द, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज जैसी 55 तरह की दवाएं भी मिलेगी। इससे राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों को अब इधर-उधर भटकने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। यह प्रदेश की नागरिकों लिए एक महत्वपूर्ण सुविधा का संकेत है।
वैक्सीन और ड्रिप के लिए आईवी सेट की सुविधा
- हेल्थ एंड वैलनेस सेंटरों में अब सरकारी वैटरनरी वैक्सीन, ड्रिप के लिए आईवी सेट आदि उपलब्ध होगा, जिसका उपयोग कुत्ते के काटने पर या अन्य पशुओं के इलाज में किया जा सकेगा।
- यह सुविधा पशुपालकों के लिए एक बड़ी सुविधा है और स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक सुलभ बनाती है।
उप स्वास्थ्य केंद्रों में औषधियों की बदलाव करने की तैयारी
- सरकार निरोगी राजस्थान दवा सूची एवं आवश्यक दवा सूची में शामिल औषधियों की श्रेणियों में बदलाव करके उप स्वास्थ्य केंद्रों में नई औषधियों को उपलब्ध करवाने की तैयारी कर रही है।
- राज्य सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि प्रदेश के मरीजों को अधिक विकल्पों की सुविधा मिले और वे आसानी से उपायों का चयन कर सके।
उप स्वास्थ्य केंद्रों में वृद्धि
- इन नई बदलावों के पश्चात प्रदेश में संचालित 15 हजार उप स्वास्थ्य केंद्रों में 55 नई दवाओं को शामिल करने के बाद अब मरीजों को 105 प्रकार की दवाएं मिलेगी।
- यह उप स्वास्थ्य केंद्रों की महत्वपूर्ण वृद्धि को दर्शाता है और स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता को बढ़ावा देगा।
- इस नए प्रयास से हेल्थ एंड वैलनेस सेंटरों में अधिकतम विकल्पों की उपलब्धता सुनिश्चित होगी और मरीजों को इलाज के लिए दौड़-भाग करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
- इसके साथ ही पशुपालकों को भी कुत्ते के काटने पर वैक्सीन और ड्रिप की सुविधा उपलब्ध होगी।
- यह नए प्रयास स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती प्रदान करेगा और उपयुक्त सुविधाओं की पहुंच को बढ़ाएगा।
हेल्थ एंड वैलनेस सेंटरों में इन नए औषधियों और सुविधाओं की उपलब्धता से, स्वास्थ्य केंद्रों की क्षमता में वृद्धि होगी और लोगों को बेहतर सेवाएं मिलेंगी।
इससे आम जनता को स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंचने में आसानी होगी और साथ ही पशुपालकों को भी उनके पशुओं के इलाज के लिए आवश्यक सुविधाएं मिलेंगी।
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