राजस्थान योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा महाविद्यालय : योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा के क्षेत्र में राजस्थान सरकार के नए प्रयासों ने एक नया मोड़ लिया है। आयुर्वेद राज्यमंत्री डॉ सुभाष गर्ग ने बताया है कि मुख्यमंत्री ने राजस्थान को निरोगी राज्य बनाने के उद्देश्य को पूरा करने के लिए प्रदेश में 8 नए योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा महाविद्यालयों की स्थापना की है।
उदयपुर और जोधपुर में स्थित महाविद्यालयों में शैक्षणिक सत्र शुरू हो चुका है, जबकि अन्य महाविद्यालयों के लिए भूमि का आवंटन भी पूरा कर दिया गया है।
यह नए महाविद्यालय उन्हीं महाविद्यालयों में शामिल किए गए हैं, जो पहले से ही जोधपुर और उदयपुर में संचालित थे।
राजस्थान योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा महाविद्यालय प्रदेश में शिक्षा के नए अवसर:
- उदयपुर और जोधपुर के महाविद्यालयों में शैक्षणिक सत्र की शुरुआत कर दी गई है।
- अन्य महाविद्यालयों के लिए भूमि के आवंटन का कार्य प्रारंभ हो चुका है।
राजस्थान के 8 नए महाविद्यालय में प्रदान की जाने वाली सुविधाएं:
- एलोपैथी
- होम्योपैथी
- आयुर्वेद
- यूनानी
- योग
- नेचुरोपैथी चिकित्सा
सरकारी और निजी महाविद्यालयों का विकास:
- राजस्थान सरकार ने इस दिशा में सरकारी और निजी महाविद्यालयों के विकास के लिए कदम उठाये हैं।
- इन 8 नए महाविद्यालयों के भवनों का निर्माण के लिए 24 करोड़ रुपए का अलॉकेशन किया गया है।
- इसके साथ ही अन्य आवश्यकताओं के लिए और 39.6 करोड़ रुपए का बजट भी स्वीकृति प्राप्त कर गया है।
राजस्थान योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा महाविद्यालय के प्रदेश को लाभ:
- योग और आयुर्वेद दोनों ही प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धतियां हैं, जिनका लोगों के जीवन में महत्वपूर्ण योगदान है।
- इन महाविद्यालयों के उद्घाटन से योग और प्राकृतिक चिकित्सा के क्षेत्र में शिक्षा के नए अवसर उपलब्ध होंगे।
इस प्रकार, राजस्थान में 8 नए योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा महाविद्यालयों के उद्घाटन से राज्य के शिक्षा संसाधनों में एक नया परिवर्तन आया है।
ये महाविद्यालय छात्र-छात्राओं को विभिन्न चिकित्सा विकल्पों के साथ संपूर्ण स्वास्थ्य देखभाल के लिए अवसर प्रदान करेंगे और राजस्थान के स्वास्थ्य सेवाओं को एक नई दिशा देने में महत्वपूर्ण योगदान करेंगे।
खोज और उत्खनन अधिकारी एवं संग्रहाध्यक्ष अधिकारी भर्ती राजस्थान 2023