RUHS मे हेड इंजरी, सांस, ब्रेन स्ट्रोक और हार्ट के मरीजों के लिए 50 बेड का क्रिटिकल केयर ब्लॉक बनेगा जिसके लिए तक़रीबन 24 करोड़ की स्वीकृत की गई है।
सांस में तकलीफ, सेप्टीसीमिया (संक्रमण) हार्ट फैलियर, ब्रेन स्ट्रोक, हेड इंजरी, चोट और सड़क दुर्घटना के दौरान होने वाले गंभीर मरीजों के लिए एक खुशखबरी है।
अब आर यू एच एस अस्पताल में एक ही छत के नीचे सभी सुविधाएं उपलब्ध होगी जैसे कि रजिस्ट्रेशन करवाना, आउटडोर, इंडोर, दवा, जांच,( पैथोलॉजी, रेडियोडायग्नोसिस, और बायोकेमिस्ट्री) आईसीयू, ऑपरेशन थिएटर, आदि की सुविधा।
इन सुविधाओं के अलावा पोर्टेबल सोनोग्राफी एक्स-रे और ईसीजी जांच मशीन की सुविधा भी होगी।
प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य संरचना मिशन (पीएमए भीम) योजना के तहत आरयूएचएस कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज जयपुर में 50 बेड का क्रिटिकल केयर ब्लॉक तैयार होगा जिसकी राशि करीबन 24 करोड स्वीकृत की गई है।
इसके अलावा अजमेर जोधपुर उदयपुर अलवर दौसा श्रीगंगानगर और बांसवाड़ा में भी क्रिटिकल केयर ब्लॉक बनाने की अनुमति मिल चुकी है प्रदेश में बनने वाले 8 क्रिटिकल केयर ब्लॉक के लिए 205 करोड रुपए की राशि स्वीकृत की गई है इनमें से 8 ब्लॉक में से 5 की निर्माण करने वाली एजेंसियां तय हो चुकी है।
RUHS में क्रिटिकल केयर ब्लॉक बनने से होने वाले फायदे:-
- SMS अस्पताल में नेफ्रो, गैस्ट्रो, यूरो, न्यूरो, जेसी स्पेशलिटी में 300 से ज्यादा बेड की आईसीयू है लेकिन कई बार मरीजों की संख्या अधिक हो जाने के कारण उन्हें बेड नहीं मिल पाते हैं और मरीज दम तोड़ देते हैं क्रिटिकल केयर ब्लॉक बनने से इस समस्या का भी निवारण होगा।
- प्रताप नगर स्थित RUHS अस्पताल में 300 आईसीयू बेड, 500 जनरल बेड, 10 मॉड्यूलर ओटी, 5 पीएसए,2 लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट होंगे। इससे रोजाना का ओपीडी 800 से 1000 का होगा
- क्रिटिकल केयर ब्लॉक बनने से 24 घंटे सातों दिन विशेषज्ञ डॉक्टर तैनात रहेंगे जिससे मरीजों की जान बचाना आसान रहेगा।
- RUHS मे क्रिटिकल केयर ब्लॉक बनने से SMSअस्पताल पर भार कम होगा।