कृषि कॉलेज चिमनपुरा : राजस्थान की राजधानी जयपुर के चिमनपुरा क्षेत्र में नया कृषि महाविद्यालय खोलने की योजना है। यह महाविद्यालय “बाबा नारायण दास राजकीय कृषि कॉलेज” नाम से जाना जाएगा। इसे अब तक निर्माणाधीन एक भवन में स्थापित किया जा रहा है। इस महाविद्यालय के उद्घाटन और संचालन के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने 29 नई रिक्तियों की सृजन की मंजूरी दी है।
इसे ध्यान में रखते हुए कि चिमनपुरा में पहले से ही “बाबा भगवान दास राजकीय महाविद्यालय” संचालित हो रहा है, जिसमें वाणिज्य विज्ञान और कृषि के विभाग शामिल हैं। अब, कृषि विभाग को बंद करके इसे नए “बाबा नारायण दास कृषि कॉलेज” में स्थानांतरित किया जा रहा है।
“बाबा नारायण दास राजकीय कला महाविद्यालय” से स्वीकृत पदों को “बाबा भगवान दास राजकीय महाविद्यालय” में हस्तांतरित किया जा रहा है। अब, इस महाविद्यालय में केवल वाणिज्य विज्ञान और कला के विभाग संचालित होंगे।
बाबा नारायण दास राजकीय कृषि कॉलेज में सृजित किए जाने वाले पदों की संख्या:
पद का नाम | पदों की संख्या |
प्राचार्य | 1 पद |
आचार्य | 2 पद |
सहायक आचार्य | 10 पद |
सहायक पुस्तकालयाध्यक्ष | 1 पद |
कृषि पर्यवेक्षक | 1 पद |
अन्य सहायक पद | उपलब्ध पदों के आधार पर |
“बाबा नारायण दास कृषि कॉलेज” के उद्घाटन से जयपुर जिले के चिमनपुरा क्षेत्र को एक नया आयाम मिलेगा। इस कृषि महाविद्यालय के माध्यम से, छात्रों को उनके पाठ्यक्रम के लिए अधिक विविधता और विस्तार मिलेगा।
उद्देश्य:
- नए कृषि महाविद्यालय से कृषि विज्ञान में उन्नती के नए अवसर उपलब्ध होंगे।
- यहाँ प्रदान की जाने वाली शिक्षा, छात्रों को कृषि क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों और अनुसंधान के साथ अपडेट रखेगी।
- छात्रों को कृषि के विभिन्न पहलुओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने में मदद मिलेगी।
- इस कॉलेज के माध्यम से उन्हें उच्च स्तरीय शिक्षा के साथ साथ नौकरी के अवसर भी मिलेंगे।
- इस प्रकार, “बाबा नारायण दास कृषि कॉलेज” शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में नए संभावनाओं को खोलेगा।
- इसके अलावा, इस कृषि महाविद्यालय की स्थापना से ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों के लिए कृषि शिक्षा तक पहुंच बढ़ेगी।
- छात्रों को उनके अपने क्षेत्र में उच्च स्तरीय शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।
इस प्रकार, “बाबा नारायण दास कृषि कॉलेज” की स्थापना, जयपुर और उसके आस-पास के क्षेत्रों के कृषि विकास को एक नया मोड़ देगी। इससे छात्रों के लिए नई और बेहतर शिक्षा के अवसर सृजित होंगे और उन्हें उनके भविष्य के लिए अच्छी तैयारी मिलेगी। इस नए महाविद्यालय की स्थापना, जयपुर के शिक्षा और कृषि क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण योगदान होगी।