राजस्थान वरिष्ठ वंश लेखक प्रतिनिधि सम्मेलन 2023 : वंश लेखन की महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा के लिए मंगलवार को राज्य लोक प्रशासन संस्थान में वरिष्ठ वंश लेखक प्रतिनिधि सम्मेलन 2023 का आयोजन किया गया।
संस्कृत शिक्षा, कला, साहित्य और संस्कृति मंत्री डॉ. बी डी कल्ला ने इस सम्मेलन में उपस्थित महानुभावों के सामरिक अभिप्रेत और साहित्यिक योगदान का महत्व बताया व वंश लेखन के साथ-साथ सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को घर-घर पहुंचाने की भी बात कही।
इससे यह सुनिश्चित होगा कि कोई भी पात्र व्यक्ति योजनाओं के लाभ से वंचित न रहे। वंशलेखकों को आग्रह किया गया है कि वे वंशावली के साथ-साथ प्रदेश और देश का इतिहास लिखने पर भी ध्यान दें।
डॉ. कल्ला ने उन्हें मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं के लिए ‘इतिहास पुरुष’ की संज्ञा दी।
सरकारी योजनाओं की जनता तक पहुंच:
- वरिष्ठ वंश लेखक प्रतिनिधि सम्मेलन में उच्च स्तरीय व्यक्तित्वों ने सरकारी योजनाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर भी चर्चा की।
- डॉ. कल्ला ने सरकार द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं को जैसे ओल्ड पेंशन स्कीम और चिरंजीवी योजना को उदाहरण देकर बताया। उन्होंने यह भी जताया कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में नए राजस्थान का निर्माण हुआ है।
- इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि योजनाओं की सफलता के लिए वंशलेखकों को इनके महत्वपूर्ण लक्ष्यों की जागरूकता बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण योगदान देना चाहिए।
राजस्थान वरिष्ठ वंश लेखक प्रतिनिधि सम्मेलन 2023 की भूमिका:
- वरिष्ठ वंश लेखक प्रतिनिधि सम्मेलन के दौरान, वंश लेखकों के लिए लोकतंत्र को संरक्षित रखने की जिम्मेदारी बताई गई।
- यहां उन्होंने कहा कि इतिहास लेखन के साथ-साथ वंश लेखकों को देश और प्रदेश में हो रही महत्वपूर्ण घटनाओं का इतिहास भी लिखना चाहिए।
- वंशलेखकों ने सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की बड़ी प्रशंसा की और इन्हें असाधारण बताया।
- इसके माध्यम से सरकारी योजनाएं जनता तक पहुंचाई जा सकेंगी, जिससे जरूरतमंद लोगों को योजनाओं का लाभ मिल सके।
वंश लेखकों के संरक्षण और संवर्धन का कार्य:
- राजस्थान वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष श्री खानू खां बुधवाली ने एक कार्यक्रम में बताया है कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा प्रदेश में वंश लेखकों के संरक्षण और संवर्धन का कार्य निरंतर चल रहा है।
- इससे सांस्कृतिक धरोहर को सुरक्षित रखने के साथ-साथ विभिन्न पीढ़ियों का इतिहास भी संजोया जा रहा है।
- मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणी योजनाओं के माध्यम से उन्होंने विकास की नई गाथा लिखी है, और इसकी जिम्मेदारी वंशलेखकों को सौंपी गई है।
- सरकार ने सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में भी अद्यतन और सुधार किए हैं।
विकास की नई गाथा:
- मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने अपनी जनकल्याकारी योजनाओं के माध्यम से राजस्थान के विकास की नई गाथा लिख रहे हैं।
- इन योजनाओं के द्वारा, उन्होंने वंशलेखकों को घर-घर जाकर उनके महत्वपूर्ण योगदान को मान्यता दिलाने का कार्य गहनता से निभाया है।
- वंशलेखकों को संरक्षण, संवर्धन और समर्पण के साथ अधिकारित करके, उनकी महत्वपूर्ण योगदान को समाज में प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया जा रहा है।
- समारोह में मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के विशेषाधिकारी श्री फारूख अफरीदी ने मुख्यमंत्री का संदेश पढ़कर मुख्यमंत्री के तरफ से आयोजकों को समारोह के सफल आयोजन के लिए शुभकामनाएं दीं।
- उन्होंने कहा कि यह अकादमी मुख्यमंत्री की जनहितेषी सोच का ही परिणाम है और इससे यह साबित हो रहा है कि प्रदेश में धन की कमी के चलते ईलाज के अभाव में किसी की मृत्यु नहीं हुई है।
- आयोजित होने वाले समारोह में वंशावली संरक्षण एवं संवर्धन अकादमी के मेंबर श्री भवानी सिंह जाडोत, महावीर सिंह, राहुल सहित पूरे राज्य के वंश लेखक सम्मिलित होंगे।
राजस्थान वरिष्ठ वंश लेखक प्रतिनिधि सम्मेलन 2023 वंश लेखकों के लिए महत्वपूर्ण था जहां उन्हें उनके कर्तव्यों के बारे में जागरूक किया गया और सरकारी योजनाओं के प्रति उनकी प्रोत्साहन की घोषणा की गई।
इससे साथ ही, यह सुनिश्चित होगा कि वंश लेखन का परंपरागत महत्व हमारे समाज में बरकरार रहेगा और लोगों तक सरकारी योजनाएं पहुंचेंगी।
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