राजस्थान के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ने सरकार द्वारा संचालित मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना में अभ्यर्थियों की संख्या बढ़ा दी गई है।
इस योजना के तहत अभ्यार्थियों की संख्या बड़ा देने से अब सरकार की ओर से संचालित विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं की कोचिंग करने वाले अभ्यर्थियों की संख्या 30,000 हो गई है। इन बढ़े हुए अभ्यार्थियों की कोचिंग का व्यय सरकार के द्वारा वहन किया जायेगा।
पूर्व वर्ष इस कोचिंग योजना के अंतर्गत अध्ययन कर रहे विद्यार्थियों की संख्या 15,000 थी माननीय मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के द्वारा बजट 2023-24 में कोचिंग संस्थानों में अध्ययन कर रहे विद्यार्थियों की संख्या 15,000 से बढ़ाकर 30,000 करने की घोषणा की गई थी।
अनुप्रति कोचिंग योजना के तहत विभाग द्वारा शीघ्र ही आवेदन शुरू कर दिए जाएंगे।
इस योजना के तहत सभी परीक्षार्थियों को प्रवेश मिल सके इसके लिए विभाग द्वारा दो चरणों में मेरिट लिस्ट के द्वारा आवेदन लिए जाएंगे। ताकि कोई भी योग्य परीक्षार्थी कोचिंग से वंचित ना रहे तथा प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी आसानी से कर सके।
इस योजना में बदलाव को लेकर सर्वप्रथम सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग विभिन्न कोचिंग संस्थानों से इस योजना को प्रारंभ करने की अनुमति लेगा, संस्थानों द्वारा अनुमति प्रदान करने के पश्चात लगभग अप्रैल माह तक पहले चरण की मेरिट लिस्ट के लिए आवेदन शुरू कर दिए जाएंगे।
इस योजना के पहले चरण में उन अभ्यार्थियों को प्राथमिकता दी जाएगी जो पासआउट या ड्रॉप करके किसी प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे है।
इसके पश्चात द्वितीय चरण की मेरिट लिस्ट जुलाई माह में जारी कर दी जाएगी। इस दूसरे चरण के आवेदन के लिए प्रक्रिया मई-जून माह में चालू हो सकती है।
द्वितीय चरण की मेरिट लिस्ट में उन अभ्यार्थियों को प्राथमिकता दी जाएगी जिन्होंने इस बार 12वीं, स्नातक या अन्य कोई परीक्षा दी है। और उस परीक्षा का परिणाम जून तक आ जाएगा।
इस योजना के तहत 30,000 सीटों को दो चरणों में बांट दिया जाएगा। तथा इसके आधार पर अभ्यर्थियों की मेरिट लिस्ट जारी कर दी जाएगी।