राज्य सरकार ने धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नवीनतम कदम उठाए हैं। हाल ही में मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने जयपुर के गलता पीठ मंदिर के विकास को संबंधित वित्तीय प्रस्ताव को 35 करोड़ रुपए की मंजूरी देकर स्वीकृति दी है। इसका मतलब है कि गलता पीठ मंदिर के परिसर में विभिन्न विकास कार्यों की शुरुआत हो जाएगी।
वित्तीय योजना और विकास कार्य:
- मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा दी गई मंजूरी के साथ, 35 करोड़ रुपए का वित्तीय प्रस्ताव गलता पीठ मंदिर के विकास के लिए व्यय किए जाएंगे।
- इसमें मंदिर में अप्रोच रोड का निर्माण और सौंदर्यीकरण, सामुदायिक केंद्र की विकास और नाग तलाई नाले की मरम्मत शामिल होगी।
- इसके अलावा, डिस्ट्रिब्यूशन कार्य और कवरिंग कार्य जैसे विभिन्न विकास कार्य भी सम्पन्न होंगे।
- यह विकास कार्य राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2023-24 के बजट में घोषित किए जाने थे।
योजनान्तर्गत किए जाने वाले कार्य:
- मंदिर के अप्रोच रोड की विस्तार और सुविधाओं के साथ सौंदर्यीकरण करना।
- सामुदायिक केंद्र के विकास और सुविधाओं का संचालन करना।
- नाग तलाई नाले की मरम्मत करना और उसके आसपास कवरिंग कार्य करना।
धार्मिक पर्यटन को प्रोत्साहन:
- यह नई पहल राज्य सरकार के लिए धार्मिक पर्यटन को महत्वपूर्ण बनाने की दिशा में एक और कदम है।
- इस मंजूरी से साफ होता है कि सरकार धार्मिक पर्यटन के विकास को उच्च प्राथमिकता दे रही है, जो आम जनता को और अधिक सुविधाएं प्रदान करेगा।
- धार्मिक स्थलों के पर्यटन में विकास की यह उदाहरण प्रदेश में एक बड़े उद्यान का निर्माण करने के लिए भी प्रेरक हो सकता है।
मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा जयपुर के गलता पीठ मंदिर के विकास के लिए 35 करोड़ रुपए की मंजूरी देने से यह स्पष्ट होता है कि राजस्थान सरकार धार्मिक पर्यटन को भी महत्व दे रही है और इसे बढ़ावा देने के लिए सक्रिय कदम उठा रही है।
इससे गलता पीठ मंदिर के परिसर में विकास की शुरुआत होगी और स्थानीय आम जनता को भी उच्च स्तरीय सुविधाएं मिलेंगी। इससे प्रदेश में धार्मिक पर्यटन के स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी और पर्यटन क्षेत्र में विकास का मार्ग प्रस्तुत होगा।
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