राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने राज्य के चूरू और पाली जिलों में खेल प्रशिक्षण के लिए राजकीय स्पोर्ट्स स्कूल स्थापना की स्वीकृति दी है। इस पहल के माध्यम से राजस्थान के युवा खिलाड़ी न केवल खेल क्षेत्र में प्रतिभा को निखार सकेंगे, बल्कि उन्हें उच्च स्तरीय शिक्षा भी प्राप्त होगी।
राजकीय स्पोर्ट्स स्कूल चूरू और पाली में 17 करोड़ रुपये का व्यय:
- इस खास पहल के लिए मुख्यमंत्री श्री गहलोत ने एक विशेष बजट आवंटित किया है।
- प्रत्येक स्कूल के निर्माण के लिए लगभग 8.50 करोड़ रुपये का खर्च किया जाएगा।
- इन स्कूलों में खिलाड़ियों को कक्षा 6 से 12 तक की शिक्षा और खेल प्रशिक्षण के अवसर प्रदान किया जाएगा, जिससे उनका विकास समृद्धि के साथ हो सकेगा।
उच्च स्तरीय खेल प्रशिक्षण:
- युवा खिलाड़ियों के लिए खेल प्रशिक्षण का यह नया मंच राजस्थान सरकार की ओर से एक महत्वपूर्ण कदम है।
- इन स्कूलों में विद्यार्थियों को उच्च स्तरीय खेल प्रशिक्षण के लिए उपयुक्त वातावरण उपलब्ध होगा, जो उनके खेल कौशल को समृद्धि की ओर बढ़ाएगा।
राजकीय स्पोर्ट्स स्कूल के द्वारा युवा खिलाड़ियों को मिलेगा पूर्ण विकास का मौका:
- खेल के क्षेत्र में प्रतिभा को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ शिक्षा के क्षेत्र में उन्नति के अवसरों को प्रदान करने से राजस्थान के युवा खिलाड़ियों को पूर्ण विकास का मौका मिलेगा।
- इस पहल के जरिए, राज्य सरकार उनमें नई प्रेरणा की भावना का संचार करेगी, जिससे उनमें आत्मनिर्भरता और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना विकसित होगी।
खेल प्रशिक्षण के लिए विशेष बजट आवंटित:
- राज्य सरकार ने खेल प्रशिक्षण के लिए विशेष बजट आवंटित किया है, जिससे युवा खिलाड़ियों को विकास के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
- यह पहल राजस्थान को खेल और शिक्षा के क्षेत्र में उच्चतम स्तरीय पहचान हासिल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
- राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा राज्य में स्पोर्ट्स स्कूलों के निर्माण की अनुमति देने से युवा खिलाड़ियों को खेल प्रशिक्षण के लिए एक नया मंच मिलेगा।
- यह पहल राजस्थान के युवा पीढ़ी को न केवल खेल क्षेत्र में प्रतिभा को विकसित करेगा, बल्कि उन्हें उच्च स्तरीय शिक्षा के अवसर भी प्रदान करेगा।
इस स्थानीय नवाचार के माध्यम से, राजस्थान सरकार ने युवा पीढ़ी के विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को साबित किया है और समाज को खेल और शिक्षा के महत्व को समझाने में एक उदार दृष्टिकोन दिखाया है।
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