कृषक साथी योजना के तहत खेतों में खड़ी फसल को नीलगाय, आवरा पशुओं एवं जंगली जानवरों से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए किसानों को ₹48000 की अनुदान राशि दी जा रही है। जिससे किसान भाई खेत की तारबंदी करवा सके।
राज्य में किसानों को फसल के दौरान नील गाय, आवारा पशुओं एवं जंगली जानवरों आदि से बहुत परेशानी होती है। इन पशुओं द्वारा किसान द्वारा बोई गई फसल को नष्ट कर दिया जाता है।
राज्य सरकार ने किसानों की इस स्थिति को देखते हुए कृषक साथी योजना 2022 की घोषणा की है।
इसके अंतर्गत किसानों को ₹48000 की राशि दी जाएगी, जिससे वह अपने खेतों में तारबंदी करवा सकें। राज्य सरकार द्वारा छोटे स्तर पर कार्य कर रहे किसानों को तारबंदी के लिए होने वाली लागत का 60% या अधिकतम ₹48000 की सहायता दी जाएगी।
अन्य कृषकों के लिए लागत का 50% या अधिकतम ₹40000 की सहायता राशि दी जाएगी।
राज्य सरकार द्वारा पिछले 2 वर्षों में एक करोड़ 25 लाख मीटर की तारबंदी पर 35000 से अधिक किसानों को 100 करोड़ रुपए की सहायता राशि दी गई है।
इस योजना के साथ साथ राजस्थान सरकार ने कृषि बजट 2023 में भी कृषकों के हित के लिए विभिन्न प्रकार की घोषणाएं की है
- ‘राजस्थान युवा कृषक कौशल एवं क्षमता संवर्धन मिशन’ की स्थापना की गई
- राजस्थान सूक्ष्म सिंचाई मिशन जिसके अंतर्गत आने वाले 2 वर्षों में फार्म पॉन्ड के निर्माण हेतु किसानो की संख्या को 30 हजार से बढ़ाकर 50 हजार किया जाएगा इस मिशन के अंतर्गत तकरीबन 200 करोड रुपए का खर्चा किया जाएगा इसके अलावा इस मिशन में अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति तथा लघु सीमांत कृषकों को लघु सीमांत कृषकों की तरह 10% अतिरिक्त सब्सिडी दी जाएगी
- किसानों को सब्सिडाइज रेट पर दी जाने वाली प्लास्टिक लाइनिंग फार्म पॉन्ड की सब्सिडी को ₹ 90,000 से बढ़ाकर ₹ 1,20,000 किया जाना प्रस्तावित है
इस योजना में कृषक को खेत की तारबंदी के लिए अधिकतम 48000 रु का अनुदान किया जाता है।
इस योजना का आधिकारिक नाम “मुख्यमंत्री कृषक साथी योजना” है।