राजस्थान मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में लोगों की मनोवैज्ञानिक स्थिति को सुधारने के उद्देश्य से जयपुर, जोधपुर, और कोटा में मनोवैज्ञानिक परामर्श केंद्र खोले जाने के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की है।
मनोवैज्ञानिक परामर्श केंद्रों की स्थापना के माध्यम से, राज्य सरकार ने मानसिक स्वास्थ्य के महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया है। यह पहल न सिर्फ लोगों को उचित मार्गदर्शन प्रदान करेगी, बल्कि लोगों के मानसिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाने का प्रयास करेगी।।
मनोवैज्ञानिक परामर्श केंद्र में नवीन सृजित किए जाने वाले पदों का विवरण:
पदों का नाम | पदों की संख्या |
क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट | 3 पद |
काउंसलर | 6 पद |
वार्ड बॉय | 4 पद |
सिक्योरिटी गार्ड | 1 पद |
अटेंडेंट | 1 पद |
मशीन विद मैन | 2 पद |
राजस्थान मनोवैज्ञानिक परामर्श केंद्र : प्रस्तावित निर्णय
- यह साइकोलॉजिकल काउंसलिंग सेंटर स्थापित करने का निर्णय राज्य सरकार के स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य विभाग के एक गतिविधि के रूप में हुआ है।
- इसका मुख्य उद्देश्य है जनता के मानसिक और आत्मिक स्वास्थ्य को सुधारना और उन्हें सही मार्गदर्शन प्रदान करना।
- इन केंद्रों में विशेषज्ञ मनोवैज्ञानिक, काउंसलर और अन्य संबंधित कर्मचारी उपलब्ध रहेंगे, जो लोगों के मानसिक समस्याओं को समझेंगे और उन्हें उचित सलाह और तकनीकी सहायता प्रदान करेंगे।
- इन केंद्रों के स्थापना के लिए आवश्यक फर्नीचर और उपकरणों के क्रय की मंजूरी भी दी गई है। इससे सुनिश्चित होगा कि यह केंद्र सुविधाजनक, आधुनिक और उपयोगी तकनीकी संसाधनों से सुसज्जित होंगे, जिनका उपयोग मनोवैज्ञानिक सेवाओं में किया जाएगा।
- यह पहल मानसिक स्वास्थ्य की महत्वपूर्णता को समझने और लोगों की आत्मविश्वास को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इससे समाज में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और लोग एक स्वस्थ मानसिक वातावरण मिलेगा।
- मुख्यमंत्री श्री गहलोत ने राज्य बजट वर्ष 2023-24 में इस पहल की घोषणा की थी, जिससे राज्य के नागरिकों को आवश्यक साइकोलॉजिकल सहायता का उचित और समयबद्ध उपयोग हो सके।