राजस्थान के 36 राजकीय विद्यालयों में 45 नवीन विषयों का संचालन : शिक्षा क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम

विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के लिए राजस्थान सरकार ने महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के 36 राजकीय विद्यालयों में 45 नवीन विषयों के संचालन की शुरुआत करने के लिए प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इसमें नवीन विषयों के लिए 45 स्कूल व्याख्याता और 2 प्रयोगशाला सहायक के पदों का सृजन होगा।

राजस्थान के 36 राजकीय विद्यालयों में 45 नवीन विषयों का संचालन : शिक्षा क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम rajasthan government schools get new subjects

नवीन विषयों का संचालन करने वाले राजकीय विद्यालयों की सूची :-

इस महत्वपूर्ण घोषणा के तहत, प्रदेश के 36 विद्यालयों में से 27 विद्यालयों में 1-1 विषय और 9 विद्यालयों में 2-2 विषयों का संचालन होगा। इन विद्यालयों की जिलेवार सूची निम्न प्रकार है:

जिले का नामविद्यालयों की संख्यानवीन विषयों की संख्या
जयपुर6 विद्यालय6 विषय
अलवर4 विद्यालय4 विषय
भरतपुर3 विद्यालय3 विषय
दौसा3 विद्यालय3 विषय
जालौर3 विद्यालय3 विषय
बांसवाड़ा2 विद्यालय2 विषय
चूरू2 विद्यालय2 विषय
झुंझुनू2 विद्यालय2 विषय
हनुमानगढ़2 विद्यालय2 विषय
नागौर2 विद्यालय4 विषय
अजमेर1 विद्यालय2 विषय
भीलवाड़ा1 विद्यालय2 विषय
श्रीगंगानगर1 विद्यालय2 विषय
करौली1 विद्यालय2 विषय
सीकर1 विद्यालय2 विषय
टोंक1 विद्यालय2 विषय
उदयपुर1 विद्यालय2 विषय

विषयों के पदों का सृजन:

  • नवीन विषयों के लिए प्रति विषय के लिए एक स्कूल व्याख्याता का पद सृजित किया जाएगा। 
  • इस तरह, कुल मिलाकर 45 पदों का सृजन होगा। 
  • यह पहल विद्यार्थियों को उनके निवास स्थान के पास ही पसंदीदा विषयों का चयन करके पढ़ाई करने का अवसर प्रदान करेगी।

प्रयोगशाला सहायक पदों का सृजन:

  • अलवर और उदयपुर के विद्यालयों में जीव विज्ञान का विषय शुरू किया जाएगा। 
  • नवीन विषयों के संचालन के लिए अलवर और उदयपुर की स्कूलों में प्रयोगशाला सहायक के पद स्थापित किए जाएंगे। 
  • इससे विद्यार्थियों को प्रयोगशाला में अध्ययन करने का अवसर मिलेगा।

राजकीय विद्यालयों में नवीन विषयों का संचालन:

  • विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा के अवसर प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने एक महत्वपूर्ण पहल उठाई है। 
  • इस पहल के तहत, प्रदेश के 36 विद्यालयों में संचालित होने वाले 45 नवीन विषयों के लिए स्कूल व्याख्याता और प्रयोगशाला सहायक के पदों का सृजन किया जाएगा। 
  • यह पहल विद्यार्थियों को उनके पसंदीदा विषयों में अध्ययन करने का अवसर प्रदान करेगी। 
  • इसके अलावा, विद्यार्थियों को अधिकांशतः उनके निवास स्थान के पास ही विद्यालय में अध्ययन करने का मौका मिलेगा।

यह महत्वपूर्ण निर्णय प्रदेश के शिक्षा क्षेत्र में एक प्रगति के संकेत के रूप में देखा जा सकता है। यह पहल शिक्षा संस्थानों को विशेषता और विकास के माध्यम से सशक्त बनाने के लिए महत्वपूर्ण है। 

इससे न केवल विद्यार्थियों को उच्च स्तरीय शिक्षा का लाभ मिलेगा, बल्कि यह उन्हें नवीनतम विषयों में रुचि और प्रगति की दिशा में मुक्तिप्राप्त करेगा।

राजकीय विद्यालयों में नये 1456 पदों का सृजन

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