श्री कृष्णा बोर्ड के गठन की घोषणा राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा की गई है। यह एक महत्वपूर्ण कदम है जो राज्य के विकास और समृद्धि को बढ़ाने के लिए उठाया गया है।
सीएम ने साथ में ही सेना में अहीर रेजिमेंट के गठन की मांग का समर्थन किया है। इससे सेना की ताकत और तैयारी में सुधार होगा। उन्होंने इस मामले में केंद्र सरकार को एक पत्र भी लिखने की घोषणा की है।
यादव समाज के प्रतिनिधि मंडल से मुलाकात के बाद अशोक गहलोत ने यह निर्णय लिया है। यह एक बड़ी उपलब्धि है क्योंकि इससे यादव समाज के विद्यार्थियों को निशुल्क छात्रावास की सुविधा मिलेगी।
श्री कृष्णा बोर्ड के गठन की घोषणा के मौके पर, विधायक संदीप यादव, बलजीत यादव, यादव जनजागृति से भारत यादव, मंजू यादव सहित बड़ी संख्या में प्रति मंडल के सदस्य मौजूद थे।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बताया कि अब तक 1.7 करोड़ से अधिक परिवार महंगाई राहत शिविरों से जुड़ चुके हैं। यह मामला महत्वपूर्ण है और यह दिखा रहा है कि सरकार जनता के हित में सक्रिय रूप से काम कर रही है।
श्री कृष्णा बोर्ड गठन का उद्देश्य
- श्री कृष्णा बोर्ड के गठन का उद्देश्य राजस्थान राज्य के सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक विरासत को संरक्षित रखना है।
- इस बोर्ड के माध्यम से विभिन्न कार्यक्रम एवं योजनाएं आयोजित की जाएंगी जो श्री कृष्णा से जुड़े विषयों पर जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से होंगी।
- इससे राजस्थान के लोगों के बीच श्री कृष्णा की महिमा, उनके जीवन-दर्शन और भक्ति द्वारा ज्ञान और संदेश का प्रचार होगा।
संक्षेप में जानकारी :
- राजस्थान CM श्री अशोक गहलोत ने श्री कृष्णा बोर्ड को स्थापित करने की घोषणा की है।
- उन्होंने अहीर रेजिमेंट को सेना में सम्मिलित करने का समर्थन भी किया है।
- अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार को इस संबंध में पत्र लिखने की भी घोषणा की है।
- यादव समाज के प्रतिनिधि मंडल से मुलाकात के बाद इस निर्णय की घोषणा की गई है।
- 1.7 करोड़ से अधिक परिवार महंगाई राहत शिविरों से जुड़ चुके हैं।
- विधायक संदीप यादव, बलजीत यादव, यादव जनजागृति से भारत यादव, मंजू यादव सहित बड़ी संख्या में प्रति मंडल के सदस्य मौजूद थे।