सूक्ष्म सिंचाई मिशन का उद्देश्य राजस्थान जैसे शुष्क प्रदेश में कम पानी का उपयोग करके बेहतर पैदावार प्राप्त करना है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के द्वारा पेश किये गए वर्ष 2022-23 के बजट में कृषि क्षेत्र को बेहतर बनाने के विषय में घोषणा की थी।
राज्य सरकार के द्वारा किसानों की सिंचाई संबंधी समस्याओं के निवारण के लिए कई प्रकार की घोषणाएं की है। कृषि संबंधी व्यवस्थाओं को सुदृढ़ बनाने के लिए सूक्ष्म सिंचाई मिशन योजना की अहम भूमिका है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री द्वारा की गई इन घोषणाओं के अनुरूप राज्य में कृषि संबंधी समस्याओ को धीरे-धीरे काबू में लाया जा रहा है। और बेहतर परिणाम दिखाई देने लगे हैं इससे किसानों को खेती करने में काफी लाभ मिल रहा है। किसानों द्वारा बोई गई फसलों का उचित दाम मिल रहा है।
सूक्ष्म सिंचाई मिशन राजस्थान की इस पहल से सीकर जिले की धींगपुर ग्राम पंचायत के एक किसान ने इस मिशन के जरिए अपनी खेती को उच्च स्थान पर पहुंचा दिया है।
अब किसान राज्य सरकार की तरफ से चलाई जा रही खेत तलाई योजना से मिलने वाली अनुदान राशि से खेतों में फार्म पॉन्ड का निर्माण करवा रहे है। साथ जी सूक्ष्म सिचांई मिशन के माध्यम से खेतों में सिंचाई के पानी का नियोजन कर रहे है। इससे कम पानी में ज्यादा भूमि की सिंचाई संभव हो सके।
राजस्थान सूक्ष्म सिंचाई मिशन के तहत किसान को खेतों में सूक्ष्म सिंचाई उपकरणों जैसे पाइप लाइन, स्प्रिंकलर सिस्टम, पंप सेट आदि का उपयोग करने तथा अतिरिक्त जल संग्रहित कर उस संग्रहित किये हुए जल का सिंचाई में उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
इससे किसानों को बोई गई फसलों में काफी मुनाफा मिल सकेगा।
इस मिशन के माध्यम से किसान को खेतों में फार्म पॉन्ड के निर्माण हेतु प्राप्त अनुदान राशि के बारे में जानकारी के लिए कृषि पर्यवेक्षक से संपर्क कर सकते है। तथा कृषि पर्यवेक्षक की सलाह पर नजदीकी ईमित्र पर जाकर राज किसान पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते है।
कृषि विभाग किसान के ऑनलाइन आवेदन करने के पश्चात उसके द्वारा दी गई समस्त जानकारी को चेक करके उसे स्वीकृति प्रदान कर देता है।
राज्य सरकार द्वारा खेत तलाई योजना के अंतर्गत पोंड का निर्माण करने के लिए लगभग ₹2 लाख तक का अनुदान दिया जाता है।